नव वर्ष
बेला हैं नव वर्ष की, हर्षित हैं संसार।
प्रभु से इतनी प्रार्थना, रोग न आये द्वार।।1
आओ हम स्वागत करें, आया हैं नव वर्ष।
प्रेम स्नेह से लग गले, खूब मनाए हर्ष।।2
मित्र हमारे ख़ुश रहें, दोस्ती रहें अटूट।
मित्र बिना संसार में, सुख जाता हैं छूट।।3
ऐसा यह नव वर्ष हो, सबको दे मुस्कान।
घर घर में उत्साह हो, दुःखी हो न जहान।।4
सब प्रभु के आशीष से, शुभ होगी शुरुआत।
कदम रखें बाईस में, होगी फिर सु प्रभात ।।5