नव वर्ष
नव वर्ष-
नए संकल्प,नए विकल्प,नव आदर्श
नई परिधि,नव सृजन का वर्ष
पुरातन में नूतन रंग
नव रास-रंग,परिहास संग
नई दिशाएँ,नवल आयाम
आयामों का प्रतिदर्श
मुबारक हो नववर्ष
शिथिल पग,बोझिल भार
अब आगे चलने से इंकार
कर तिरोहित सब व्यथा विकार
उर में नवजीवन संचार
स्नेह-सम्बन्धों का उत्कर्ष
मुबारक हो नववर्ष
जो आते है वो जाते है
कुछ खोकर क्यूँ पछताते है
साल बदला,काल बदला
जीवन का क्या सवाल बदला
तिनका तिनका नीड़ सँजोते
तरु-गुल्मों पर ऊँघते सोते
परिंदों का संघर्ष
मुबारक हो नववर्ष
चाँद वही,वही है दिनकर
दिवस-रात्रि तो आता बदलकर
बदले युग,बदली परिभाषा
शब्दों में जीवन की आशा
आशा-किरणों का अवमर्श
मुबारक हो नववर्ष
आमूल-चूल या किंचित परिवर्तन
संकल्प सदय सुखमय प्रवर्तन
जीवन पूरित हो सरगम के सुर से
मंगल-मोदमय,आनंद मधुर से
मधुरिमा का नवहर्ष
मुबारक हो नववर्ष
-©नवल किशोर सिंह