नव वर्ष अभी भी बाकी है ।
नव वर्ष अभी भी बाकी है
कर रहे रोज मिल कर प्रयास
पर पूरी होती नहीं आस
जब तक जन जन के जीवन में
नववर्ष न लाये हर्ष खास
दिखती बस फक़त उदासी है
नव वर्ष अभी भी बाकी है ।
तेरा मेरा का भाव नहीं,
हमने सब को ही अपनाया
ठिठुरन सर्दी के मौसम में
हैप्पी न्यू ईयर हमने गाया
मावस पूनम जो बता सके
मधुमास दूर वो काफी है
नव वर्ष अभी भी बाकी है ।
जब बदल जाय ग्रह वक्र चाल
भारत की जग में हो मिसाल
अपराध बोध और खेद न है
बेटा बेटी का भेद न है
न रोटी कहीं सियासी है
ऐसी न जब तक झांकी है
नव वर्ष अभी भी बाकी है ।
अनुराग दीक्षित