“नव दशक”
शुक्र है आया, नयी आस लाया!
नयी भोर,निहारती किरण,
बँधी सी डोर, मोती जोड़ पाया!
शुक्र है आया??
शनि समझाया तो रवी चमकाया!
सोम ध्याया तो मंगल मनाया!
बुध शुभ बनाया,गुरु ने सिखाया!
अक्षम दशक हुआ सक्षम, बंधन तोड़ ना पाया!
शुक्र है आया??
संकल्प दृढ़ तो लक्ष्य बताया, संघर्ष भी लांघना दिखाया!
नया दशक आया, नव वर्ष ने ही जगाया !
शुक्र है आया????