नववर्ष व नवरात्रि शुभकामना मुक्तक…
प्रीति की भावना स्नेह उत्कर्ष यह
रूप शिशुवत धरे मातृ को हर्ष यह
आज उल्लास की बह रही धार है,
हो सनातन सुखद मित्र नववर्ष यह,
–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
प्रीति की भावना स्नेह उत्कर्ष यह
रूप शिशुवत धरे मातृ को हर्ष यह
आज उल्लास की बह रही धार है,
हो सनातन सुखद मित्र नववर्ष यह,
–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’