नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
देश भक्ति की फुंकारों से,लावा बलिदान का वो दहका गया।
करके गया था आने का वादा,वो लिपट तिरंगा ले आ ही गया।
भारत के चौड़े सीने पर चमका तमगा,बन वो शौर्य गाथा न्यारा-
बलिदान हुए कर्तव्य निभाते, शूरवीरों को नमन हमारा।
बेटी वसुधा नाम धरो,ग़र पुत्र हो तो वतन नाम शुभ धरना।
अंतिम इच्छा प्राण प्रिया यही,मेरी इच्छा पूरी तुम करना।
गर्व करना बलिदान पर मेरे,तुम प्रिय नीर नयन मत भरना।
शहीद हो,मरने से पहले मैंने दुश्मन को ललकार कर मारा-
बलिदान हुए कर्तव्य निभाते, शूरवीरों को नमन हमारा।
नीलम शर्मा
——————————————–
नीलम शर्मा ✍️