नये साल में सब
सभी को हंसाएँ नये साल में सब
मुहब्बत लुटाएँ नये साल में सब
भुलाकर गमों और रंज की सजाएँ
गले से लगाएँ नये साल में सब
सभी सीख लें बीत कर जो गया कल
समय को मनाएँ नये साल में सब
कभी बात कटु हम बडो को न बोले
सदा सिर झुकाएँ नये साल में सब
करे प्रण किसी का न दिल को दुखाएँ
घने तम हटाएँ नये साल में सब