नये साल का संकल्प
पत्नी ने कहा :
“सुनो जी नये साल में संकल्प लो
तुम । ”
मैने कहा:” प्रिय विचार अच्छा है
लेकिन हमारी बात से मत मानना तुम बुरा”
पत्नी ने कहा :” अरे जी बुरा मानने की क्या बात है बस संकल्प की तो बात है ।”
उसने सोचा हम बोलेगे :
“शापिंग ले जाऊंगा
तुम्हारा कहना मानूँगा
नाराज नहीं करूँगा। ”
लेकिन मैं था मूड में
बोला :
” सच कह रही हो
एक बार फिर सोच लो”
वह बोली :
“अरे संकल्प तुम्हें लेना है
मे डरू क्यो?”
मैंने डरते और शरारत से कहा :
“प्रिय ठंड बहुत है
2-3 पर पारा है
ऐसा करो जनवरी
में बस जनवरी में
बर्तनों को तुम मान्जना
खास कर रात के
और मैं उन्हें पौंछ कर
जमा दिया करूँगा ”
यह सुन पत्नी ने गुर्रा कर
खा जाने वाली
निगाह से मुझे देखा
मैंने सोचा :
” नाहक ऐसा बोला
बैचारी को नाराज कर दिया ”
रात बारह बजने जा रहे है
नये साल पर
काँटा खिसक रहा है
और
मैं बरतन मांज रहा हूँ ”
हैप्पी न्यू ईयर
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल