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22 Dec 2018 · 1 min read

नये वर्ष में

नये वर्ष में गम पुराने भुलायें
नये रास्तों पर पगों को बढ़ायें

थिरक कर सुरों ताल पर आज फिर से
समय आप सबका अनोखा बुलायें

नयी आस विश्वास के साथ हम सब
नया कल उमंगित सलोना सजायें

सखी आज उत्सव मनाओ सभी मिल
मँगा कर मिठाई सभी को खिलायें

सदा ही पढा औ लिखे ये बेटियाँ
नयी जेनरेशन सुखी तब बनायें

Language: Hindi
77 Likes · 295 Views
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