नये वर्ष में
नये वर्ष में गम पुराने भुलायें
नये रास्तों पर पगों को बढ़ायें
थिरक कर सुरों ताल पर आज फिर से
समय आप सबका अनोखा बुलायें
नयी आस विश्वास के साथ हम सब
नया कल उमंगित सलोना सजायें
सखी आज उत्सव मनाओ सभी मिल
मँगा कर मिठाई सभी को खिलायें
सदा ही पढा औ लिखे ये बेटियाँ
नयी जेनरेशन सुखी तब बनायें