नये भारत का उदय पेज 07
यहां पर हर इनसान झूठ की कसौटी पर उतर गया है।अपना धर्म बेच दिया है।उसे पकड़ना इतना आसान नहीं है।कयोंकि उसकी रक्षा करनेवालो की फौज बहुत बड़ी है।जो उसे पकड़ ता है।वहीं अपना हिस्सा मागने लगता है।ये नये भारत का चलन बन चुका है।कि लूटो खाओ और हाथ मत आओ।चोरी सरकारी खजाने की।दिन रात होती रहती है।और सरकार करजा लेकर अपना विकास कार्य जारी रखती है।गावं गांव एक बार कोई।।गोपनीयता की जाचं करले तब हमें सच्चाई का पता चल सकता है।हर विभाग में एक खुफिया विगं होना चाहिये।पर विभाग को पता नहीं चलना चाहिए।कि कोई आपकी निगरानी कर रहा है।और सलाना रिपोर्ट बनाना चाहिए।फिर पता चल जायेगा कि किन किन लोगों ने कया कया काम किया है।हमें चोरी और सरकारी पैसों का दुरूपयोग रोकना होगा।अभी हमें बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना है।