Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2023 · 1 min read

#नयी गाथा

★ #नयी गाथा ★

बिकते देख के जग में नाते
आँख मेरी भर आई
पीर मेरे हृदय की भगवन्
होवे जग के लिए सुखदायी
माटी से वात अलग कर दो
यह मिलन बड़ा दुखदायी
हे राम ! काहे यह ज्योति जलाई

हे राम ! काहे यह ज्योति जलायी . . . . .

रातें दिनों-सी धुली
दिनों में मिश्री घुली
भोर कोयल की कूक
साँझ साथिन चुलबुली

कर्म चुके मोल चुकाऊं कैसे
तूने तो हाट सजायी
हे राम ! काहे को ज्योति जलायी . . . . .

पँछी कैसे उड़े
पँख बोझिल बड़े
हत्यारे मनमोहन
नाते मोती जड़े

प्रेम की गलियाँ हो गईं मैली
रातों की कालिमा छायी
हे राम ! काहे यह ज्योति जलायी . . . . .

आँखों में सपने नहीं
अपनों-से अपने नहीं
आँच मोह की बुझी
कच्चे अब पकने नहीं

तेरा मेरा साथ पुराना
तेरी जगती न मेरे मन भायी
हे राम ! काहे यह ज्योति जलायी . . . . .

आस बुझने को है
सांस रुकने को है
सत्य-धर्म की ध्वजा
जैसे झुकने को है

न्यायतुला पाखंड-प्रपंच में
समकोण नहीं रह पायी
हे राम ! काहे यह ज्योति जलायी . . . . .

मन जब हारा करें
तुझे पुकारा करें
पानी नाक ऊपर बहे
कैसे धीरज धरें

मेरे रक्त से लिख नयी गाथा
जो तेरे मन में आई
हे राम ! काहे यह ज्योति जलायी . . . . . !

#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२

Language: Hindi
175 Views

You may also like these posts

Forest Queen 'The Waterfall'
Forest Queen 'The Waterfall'
Buddha Prakash
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
*जनवरी में साल आया है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जिंदगी     बेहया     हो    गई।
जिंदगी बेहया हो गई।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मंजिलें
मंजिलें
Santosh Shrivastava
"जाल"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3122.*पूर्णिका*
3122.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
आप सुनो तो तान छेड़ दूं
Suryakant Dwivedi
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
शुभ सवेरा
शुभ सवेरा
C S Santoshi
अतीत की स्मृतियों से
अतीत की स्मृतियों से
Sudhir srivastava
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
तूॅं कविता चोर हो जाओ
तूॅं कविता चोर हो जाओ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
राम बनना कठिन है
राम बनना कठिन है
Satish Srijan
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
पूर्वार्थ
सत्य कथन
सत्य कथन
Rambali Mishra
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
हिमांशु Kulshrestha
दाता
दाता
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
ग्यारह मई
ग्यारह मई
Priya Maithil
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
गंगा सेवा के दस दिवस (प्रथम दिवस)
Kaushal Kishor Bhatt
सिद्दत्त
सिद्दत्त
Sanjay ' शून्य'
पितृ स्तुति
पितृ स्तुति
गुमनाम 'बाबा'
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
राधेश्याम "रागी"
भाव हमारे निर्मल कर दो
भाव हमारे निर्मल कर दो
Rajesh Kumar Kaurav
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
bharat gehlot
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
सुदामा कृष्ण के द्वार (1)
Vivek Ahuja
खुद पर ही
खुद पर ही
Dr fauzia Naseem shad
Loading...