काँच और पत्थर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक generation अपने वक्त और हालात के अनुभव
अयोग्य व्यक्ति द्वारा शासन
*रामनगर के विश्व प्रसिद्ध रिजॉर्ट*
यदि गलती से कोई गलती हो जाए
हे चाणक्य चले आओ
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
60 के सोने में 200 के टलहे की मिलावट का गड़बड़झाला / MUSAFIR BAITHA
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
इसलिए कठिनाईयों का खल मुझे न छल रहा।
ताल-तलैया रिक्त हैं, जलद हीन आसमान,
जिस के पास एक सच्चा दोस्त है
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
बिन फ़न के, फ़नकार भी मिले और वे मौके पर डँसते मिले