नया पड़ाव।
सुनो ना,
हम अपने रिश्ते को जरा और खूबसूरत बनाते है,
आने वाले कल के लिए हम थोड़ा दृढ़ बन जाते है।
पंछियों के जेसे खुदका घोंसला बनाने की चाहत रखते है,
एक वृक्ष के जेसे हर मौसम में काबिल रहनेकी कोशिश करते है।
हर सुख दुख में एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते है,
सबकी जिंदगियों में खुशियां बाटनेक का प्रयास करते है।
जिंदगी के इस सुनहरे मोड़ पर एक दूसरे को जरा करीबसे जानते है,
और आनेवाले खूबसूरत नए पड़ाव के लिए हसीन पल संजोग के रखते है।