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31 Jul 2017 · 1 min read

नयन में काजल

नयन में काजल लगा हुआ है
सुहाग मेरा सजा हुआ है

पलक हमारा झपक गया जब
सजन उसी में समा हुआ है

उफान जो प्यार में उठा है
मुझे सदा यह नशा हुआ है

लगन गहन इश्क में लगी जब
ये दिल मिरा तो बटा हुआ है

कभी नहीं मानता हमारी
तभी ये बिचारा फ़सा हुआ है

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