Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2023 · 1 min read

*”नमामि देवी नर्मदे”*

“नमामि देवी नर्मदे”
नमामि देवी नर्मदे हर हर कहते तुम्हें नमन।
शिव के पसीने से प्रगटी हो करें आत्मचिंतन।नर्मदा जल पवित्र पावन हो जाये जब दर्शन।
सुख देने वाली जलधारा मगरमच्छ है वाहन।
अमरकंटक से निकली मेखला सुता मनभावन।
मध्यप्रदेश की जीवन रेखा वृहद संगम पहचान।
गंगा में डुबकी लगाते नर्मदा का दर्शन महान।
कलकल बहती छलकती बदल दे सारा जीवन।
नर्मदा अनंत जल धाराओं में बहती हुई सघन।
नर्मदा का वजूद सौंदर्य हाथ जोड़ करते नमन।
हरेक पत्थर कंकड़ शंकर दिव्य चक्षु से दर्शन।
विशाल हॄदय साक्षात दर्शन करे पूजन अर्चन।
मानवता अब भ्रष्ट हो अचानक बदला जीवन।
निर्लज्ज मन समझे न मलीन कर जल पावन।
नर्मदा सब कुछ जाने ले जाये एक दिन तनमन।
शशिकला व्यास शिल्पी ✍️
नमामि देवी नर्मदे हर।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 402 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
Sonam Puneet Dubey
नग मंजुल मन भावे
नग मंजुल मन भावे
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*जानो आँखों से जरा ,किसका मुखड़ा कौन (कुंडलिया)*
*जानो आँखों से जरा ,किसका मुखड़ा कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*आत्महत्या*
*आत्महत्या*
आकांक्षा राय
पिता
पिता
Mamta Rani
सबने हाथ भी छोड़ दिया
सबने हाथ भी छोड़ दिया
Shweta Soni
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
VEDANTA PATEL
2407.पूर्णिका
2407.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नर्क स्वर्ग
नर्क स्वर्ग
Bodhisatva kastooriya
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
मेरी तो गलतियां मशहूर है इस जमाने में
Ranjeet kumar patre
"किसी के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
New light emerges from the depths of experiences, - Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
*लज्जा*
*लज्जा*
sudhir kumar
हमारा प्यार
हमारा प्यार
Dipak Kumar "Girja"
संस्कार
संस्कार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
(22) एक आंसू , एक हँसी !
(22) एक आंसू , एक हँसी !
Kishore Nigam
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
होली
होली
नूरफातिमा खातून नूरी
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
कुछ नींदों से अच्छे-खासे ख़्वाब उड़ जाते हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
Rj Anand Prajapati
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
■ पांचजन्य के डुप्लीकेट।
*प्रणय प्रभात*
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बीमार घर/ (नवगीत)
बीमार घर/ (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
Kunal Prashant
चंद्रकक्षा में भेज रहें हैं।
चंद्रकक्षा में भेज रहें हैं।
Aruna Dogra Sharma
क्या हिसाब दूँ
क्या हिसाब दूँ
हिमांशु Kulshrestha
तेरी महबूबा बनना है मुझे
तेरी महबूबा बनना है मुझे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आतंक, आत्मा और बलिदान
आतंक, आत्मा और बलिदान
Suryakant Dwivedi
Loading...