नमन साथियों
हो जुबां पर हमेशा वतन साथियों ।
जब मरूँ तो तिरंगा कफ़न साथियों।
नित अमन से भरा हो चमन सा वतन-
कर चले आखिरी हम नमन साथियों।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली
हो जुबां पर हमेशा वतन साथियों ।
जब मरूँ तो तिरंगा कफ़न साथियों।
नित अमन से भरा हो चमन सा वतन-
कर चले आखिरी हम नमन साथियों।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली