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4 Sep 2024 · 1 min read

*नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)*

नमन गुरुवर की छाया (कुंडलिया)
_________________________________
सिखलाया चलना हमें, वंदन सौ-सौ बार
ज्ञान-प्रदाता को सदा, बार-बार आभार
बार-बार आभार, हमेशा पूज्य कहाते
अभिनंदन वह श्रेष्ठ, उच्च हमको कर जाते
कहते रवि कविराय, नमन गुरुवर की छाया
उॅंगली पकड़ महान, धन्य चलना सिखलाया
———————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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