Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2020 · 1 min read

नमन् है ऐसे वीरों को

गीत:- नमन् है ऐसे वीरों को

भारत के हित लहू बहाकर, तोड़ गये जंजीरों को,
नमन् है ऐसे वीरों को-2
अपने सीने पर झेला था, हर दुश्मन के तीरों को,
नमन् है ऐसे वीरों को-2
देश हो ये आज़ाद सोचकर, अपने सीने अड़ा गये,
भारत माँ की आज़ादी को, मौत से पंजा लड़ा गये,
वज्र बनाकर अपने तन का, मोड़ दिया शमशीरों को।।1।।
नमन् है ऐसे वीरों को-2
बालक, बूढ़े और जवानों, ने अपना बलिदान दिया,
हँस-हँसकर संगीनों के, आगे निज सीना तान दिया,
मस्तक देकर रहे बढ़ाते, भारत माँ के चीरों को।।2।।
नमन् है ऐसे वीरों को-2
जाने कितनी माताओं ने, अपने बेटे दान किये,
राखी और सिंदूर दे दिया, ऐसे त्याग महान किये,
झोंक दिया जलती भट्टी में, अपने सुमन शरीरों को।।3।।
नमन् है ऐसे वीरों को-2
लाखों के बलिदानों से, आज़ादी हमने पाई है,
ये चरखे से नहीं मिली, शोणित की नदी बहाई है,
“रोहित” हरगिज भूल न जाना, लोहू भरी लकीरों को।।4।।
नमन् है ऐसे वीरों को-2

✍️ रोहित आर्य

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 2 Comments · 232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डूबे किश्ती तो
डूबे किश्ती तो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हो जाता अहसास
हो जाता अहसास
surenderpal vaidya
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
Chitra Bisht
होली
होली
Dr Archana Gupta
★महाराणा प्रताप★
★महाराणा प्रताप★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मां!क्या यह जीवन है?
मां!क्या यह जीवन है?
Mohan Pandey
बीतते साल
बीतते साल
Lovi Mishra
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
“फेसबूक का व्यक्तित्व”
DrLakshman Jha Parimal
"" *समय धारा* ""
सुनीलानंद महंत
It is not what you know makes you successful, but what you d
It is not what you know makes you successful, but what you d
पूर्वार्थ
"ये जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश।
मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश।
सत्य कुमार प्रेमी
चरित्र राम है
चरित्र राम है
Sanjay ' शून्य'
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
Phool gufran
आओ!
आओ!
गुमनाम 'बाबा'
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
शेखर सिंह
...
...
*प्रणय*
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
Chaahat
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
बेटे की माॅं
बेटे की माॅं
Harminder Kaur
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
वृंदावन की कुंज गलियां
वृंदावन की कुंज गलियां
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
31/05/2024
31/05/2024
Satyaveer vaishnav
*मानपत्रों से सजा मत देखना उद्गार में (हिंदी गजल/
*मानपत्रों से सजा मत देखना उद्गार में (हिंदी गजल/
Ravi Prakash
Loading...