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30 Jan 2017 · 1 min read

नमक

दाल में
चुटकी भर नमक की
घट- बढ़,
पल में पहचान लेते हो तुम…

फिर क्यों
जीवन भर साथ रहकर भी
नहीं पहचान पाते तुम
मेरे आंसुओ का
नमक।

मंजूषा मन

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 710 Views

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