नफरती दानी / मुसाफिर बैठा
एक अस्पताल के पास एक नफरती दानी गरीबों को मुफ्त में खाना बांट रहा था।
’पुण्य’ कमाने के इस धंधे में वह उसी को खाना दे रहा था जो ’जय श्रीराम’ बोलकर खाना की मुफ़तिया थाल पाने की शर्त मान रहा था।
एक अस्पताल के पास एक नफरती दानी गरीबों को मुफ्त में खाना बांट रहा था।
’पुण्य’ कमाने के इस धंधे में वह उसी को खाना दे रहा था जो ’जय श्रीराम’ बोलकर खाना की मुफ़तिया थाल पाने की शर्त मान रहा था।