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26 Jan 2017 · 1 min read

नन्ही चिड़िया

मैं तेरी नन्ही चिड़िया हूं
आसमान में मुझे उड़ा दे
बेकरार हूं उड़ने को
मां मुझको इक पंख लगा दे

बादल के हाथी और घोड़े
मैं भैया के संग खेलूंगी
रोज दूर से दिखने वाले
चंदा मामा से मिल लूंगी
बस बाबा से हां करवा दे
मां मुझको इक पंख लगा दे

चमकीली बिजली से चमचम
घर अपना रोशन कर दूंगी
आसमान से तारे चुनकर
बाबा की जेबे भर दूंगी
बस दादी का मन बनवा दे
मां मुझको इक पंख लगा दे

सतरंगी चूनर ओढ़ूंगी
बूंदो की पायल पहनूंगी
बादल चाचा से काजल
मैं तेरे लिए खरीदूंगी
बस दादा को तू समझा दे
मां मुझको इक पंख लगा दे

नील गगन मे उड़ जाउंगीं
सपने पूरे कर आउंगी
मेरी चिंता तू मत करना
जल्दी घर वापस आऊंगी
थोड़ी सी हिम्मत दिखला दे
मां मुझको इक पंख लगा दे

सुषमा दुबे , विजयनगर इंदौर

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