नन्हीं परी आई है
नन्हीं परी आई है, सबके मन को भाई है।
मां बाप की गोद में फूल सी बच्ची आई है।
देख कर सबकी ओर वो कैसे मुस्काई है।
चेहरे पर उसके कितनी मासूमियत छाई है।
उसके आने से परिवार में ढेरों खुशियां आई है।
चहक उठी आज हमारी सारी अंगनाई है।
चांद की चांदनी उसके चेहरे पर छाई है।
फूलों सा मुखड़ा लिए बिटिया हमारी आई है।
नन्हीं परी आई है, नन्हीं परी आई है।
✍️ मुकेश कुमार सोनकर “सोनकर जी”
रायपुर,छत्तीसगढ़ मो.नं.9827597473