नन्हा मेहमान
बड़ी मुद्द्तों के बाद ..
हैं दिन यह आया …
कोई नन्हा मेहमान
है घर मेरे आया …
किलकारी से उसकी ,
भर उठा मेरा आँगन..
जहाँ आज तक था ,
सन्नाटा छाँया !
घर में है मेरे सजी ,
ऐसी महफ़िल ..
रौशनी से है मेरा ,
घर जगमगाया !
मिल गया आज मुझको
कोई सहारा ..
नहीं रहा अब मैं बेसहारा !
बड़ी मुद्द्तों के बाद …….
कुदरत ने अपना
करिश्मा है दिखाया
रूठे हुए को है
भी इसने मनाया ….
बड़ी मुद्द्तों के बाद …….