नदियों की लहरें…
नदियों की लहरें…
उठती जब मचल…
तो सागर मिलन से पहले
थमने का नाम न लेती…
सागर भी बेशक मचलता है…।
मगर न जाने क्यों..!
कभी आता नहीं….!
नदियां के सामने दौड़ता हुआ!!
भगवती पारीक ‘मनु’
नदियों की लहरें…
उठती जब मचल…
तो सागर मिलन से पहले
थमने का नाम न लेती…
सागर भी बेशक मचलता है…।
मगर न जाने क्यों..!
कभी आता नहीं….!
नदियां के सामने दौड़ता हुआ!!
भगवती पारीक ‘मनु’