Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

नज़्म

तू ही बता ऐ दिल, में क्या करूं।
कुछ बदली-बदली सी बादेसबा।
तश्नगी का दौर है तलब बढ़ी हुई।
बंद मैकदे के किवाड़, मैं क्या करूं?

शबनम भी तड़प रही है प्यास से।
दरिया-ए-अश्क भी अब खुश्क है।
एक तपिश है सी शजर की छांव में।
इस जलते चमन के लिए मैं क्या करूं?

नाखुदा भी हैं यहां रहनुमा भी यहां।
बस कुछ नहीं हैं तो सिर्फ कश्तियां।
ताने सीना खड़ा गर्दिशों का सागर।
हो गया जर्जर सफ़ीना, मैं क्या करूं?

हौसला है आज भी इस दिल में मौजूद।
पर कतरे हैं सैय्याद ने तो भी क्या हुआ।
महबूब की नजर में हारा हुआ सिपाही हूं ।
अफसोस! उनकी सोच का मैं क्या करूं?
जय प्रकाश श्रीवास्तव पूनम

42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jai Prakash Srivastav
View all
You may also like:
بدلتا ہے
بدلتا ہے
Dr fauzia Naseem shad
कुदरत के रंग....एक सच
कुदरत के रंग....एक सच
Neeraj Agarwal
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
AVINASH (Avi...) MEHRA
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है।
किलकारी गूंजे जब बच्चे हॅंसते है।
सत्य कुमार प्रेमी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
श्रीराम गिलहरी संवाद अष्टपदी
SHAILESH MOHAN
बिरसा मुंडा
बिरसा मुंडा
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
वाणी वंदना
वाणी वंदना
Dr Archana Gupta
गर्भपात
गर्भपात
Bodhisatva kastooriya
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
मनुष्य का उद्देश्य केवल मृत्यु होती हैं
शक्ति राव मणि
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
*रावण आया सिया चुराने (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
एकादशी
एकादशी
Shashi kala vyas
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
सांसे केवल आपके जीवित होने की सूचक है जबकि तुम्हारे स्वर्णिम
Rj Anand Prajapati
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
पूर्वार्थ
सही ट्रैक क्या है ?
सही ट्रैक क्या है ?
Sunil Maheshwari
* दिल बहुत उदास है *
* दिल बहुत उदास है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हर शायर जानता है
हर शायर जानता है
Nanki Patre
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
साहित्य में साहस और तर्क का संचार करने वाले लेखक हैं मुसाफ़िर बैठा : ARTICLE – डॉ. कार्तिक चौधरी
Dr MusafiR BaithA
दीप की अभिलाषा।
दीप की अभिलाषा।
Kuldeep mishra (KD)
सबसे क़ीमती क्या है....
सबसे क़ीमती क्या है....
Vivek Mishra
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
Lokesh Sharma
मांँ
मांँ
Neelam Sharma
ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।
ज़िन्दगी नाम है चलते रहने का।
Taj Mohammad
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
3606.💐 *पूर्णिका* 💐
3606.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"एक नज़र"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल की गुज़ारिश
दिल की गुज़ारिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...