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6 Mar 2022 · 1 min read

नज़र जाके मिल गई __ मुक्तक

उनकी नज़र से मेरी नज़र जाके मिल गई।
ऐसे ही एक दिन वो मुझसे आके मिल गई।।
अब तो हमारा रोज़ का ही यह काम हो गया,
सूनी थी बगिया कलियां दिल में आके खिल गई।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 191 Views
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