नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं, नज़रें बयां करती हैं,लेकिन इज़हार नहीं करतीं, वो पसंद तो करती हैं,लेकिन प्यार नहीं करती।” — केशव