Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Aug 2024 · 1 min read

नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,

नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
वादा निभाने के लिए वादा तोड़ना ही होगा,
वैसे जीवन का यह दौर है बहुत ही कठिन…
हाॅं, टूटा हुआ दिल फिर से जोड़ना भी होगा।

…. अजित कर्ण ✍️

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जीवन का कोई सार न हो
जीवन का कोई सार न हो
Shweta Soni
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
रात बीती चांदनी भी अब विदाई ले रही है।
surenderpal vaidya
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हसलों कि उड़ान
हसलों कि उड़ान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सत्य वह है जो रचित है
सत्य वह है जो रचित है
रुचि शर्मा
मेरी प्रेरणा
मेरी प्रेरणा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
Lakhan Yadav
4446.*पूर्णिका*
4446.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बनारस की ढलती शाम,
बनारस की ढलती शाम,
Sahil Ahmad
risk something or more  or forever sit with your dream
risk something or more or forever sit with your dream
पूर्वार्थ
बस, अच्छा लिखने की कोशिश करता हूॅं,
बस, अच्छा लिखने की कोशिश करता हूॅं,
Ajit Kumar "Karn"
यह जीवन अनमोल रे
यह जीवन अनमोल रे
विजय कुमार अग्रवाल
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
" वरदहस्त "
Dr. Kishan tandon kranti
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
सज्ज अगर न आज होगा....
सज्ज अगर न आज होगा....
डॉ.सीमा अग्रवाल
नैनों की मधुरशाला में खो गया मैं,
नैनों की मधुरशाला में खो गया मैं,
Shambhavi Johri
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
लौह पुरुष - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
कच्चे धागों से बनी पक्की डोर है राखी
Ranjeet kumar patre
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर
चुना था हमने जिसे देश के विकास खातिर
Manoj Mahato
#अनंत_चतुर्दशी-
#अनंत_चतुर्दशी-
*प्रणय प्रभात*
हमारा सफ़र
हमारा सफ़र
Manju sagar
तुम
तुम
Dr.Pratibha Prakash
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
कवि रमेशराज
दुनिया रैन बसेरा है
दुनिया रैन बसेरा है
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...