Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2021 · 1 min read

नजरों में नजारों में — स्वप्न यही —- (मुक्तक)

मुक्तक (१)
नजरों में नजारो में,जीवन की बहारो में।
लाखो में हजारों में,तुझे तो मैंने पाया हे।
न जाना दूर तू मुझसे, कह रहा दिल मेरा तुझसे।
जी न पाऊंगा मै जानम,तुझे धड़कन में बसाया है।।
(२)
मिले हो जब से तुम मुझसे,जीना मुझको तो आया है।
क्या होते प्यार के रिश्ते,तुम्हीं ने मुझको सिखाया है।
निभाना साथ जीवन भर,लगे तुझको मेरी उमर।
हर जनम मिले तू ही,स्वप्न यही सजाया है।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अंतर्जाल यात्रा
अंतर्जाल यात्रा
Dr. Sunita Singh
कृषि पर्व वैशाखी....
कृषि पर्व वैशाखी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुक्त पुरूष #...वो चला गया.....
मुक्त पुरूष #...वो चला गया.....
Santosh Soni
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
महावीर की शिक्षाएं, सारी दुनिया को प्रसांगिक हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
आज जिंदगी को प्रपोज़ किया और कहा -
आज जिंदगी को प्रपोज़ किया और कहा -
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
Rj Anand Prajapati
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
बाप की गरीब हर लड़की झेल लेती है लेकिन
शेखर सिंह
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था
प्रेमदास वसु सुरेखा
"सागर तट पर"
Dr. Kishan tandon kranti
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
मैंने जला डाली आज वह सारी किताबें गुस्से में,
Vishal babu (vishu)
मेरे चेहरे पर मुफलिसी का इस्तेहार लगा है,
मेरे चेहरे पर मुफलिसी का इस्तेहार लगा है,
Lokesh Singh
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
■ सब परिवर्तनशील हैं। संगी-साथी भी।।
■ सब परिवर्तनशील हैं। संगी-साथी भी।।
*Author प्रणय प्रभात*
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
*मिला दूसरा संडे यदि तो, माँ ने वही मनाया【हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
If you have believe in you and faith in the divine power .yo
If you have believe in you and faith in the divine power .yo
Nupur Pathak
बात बनती हो जहाँ,  बात बनाए रखिए ।
बात बनती हो जहाँ, बात बनाए रखिए ।
Rajesh Tiwari
💐प्रेम कौतुक-493💐
💐प्रेम कौतुक-493💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
प्री वेडिंग की आँधी
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
लौ
लौ
Dr. Seema Varma
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
Phool gufran
मैं उन लोगो में से हूँ
मैं उन लोगो में से हूँ
Dr Manju Saini
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
जीवन के सफ़र में
जीवन के सफ़र में
Surinder blackpen
हमारा चंद्रयान थ्री
हमारा चंद्रयान थ्री
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहानी। सेवानिवृति
कहानी। सेवानिवृति
मधुसूदन गौतम
जिसके भीतर जो होगा
जिसके भीतर जो होगा
ruby kumari
Loading...