Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2024 · 1 min read

नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।

नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।
दिल के सारे खेल हैं , दिल से ही मजबूर ।।

सुशील सरना / 25-6-24

1 Like · 12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिखा दो
दिखा दो
surenderpal vaidya
Bundeli Doha - birra
Bundeli Doha - birra
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष )
बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
कुली
कुली
Mukta Rashmi
मुख्तलिफ होते हैं ज़माने में किरदार सभी।
मुख्तलिफ होते हैं ज़माने में किरदार सभी।
Phool gufran
एकाकीपन
एकाकीपन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
रेस का घोड़ा
रेस का घोड़ा
Naseeb Jinagal Koslia नसीब जीनागल कोसलिया
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
खास हम नहीं मिलते तो
खास हम नहीं मिलते तो
gurudeenverma198
माँ की यादें
माँ की यादें
मनोज कर्ण
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
वो शख्स अब मेरा नहीं रहा,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पुस्तक
पुस्तक
Sangeeta Beniwal
#dr Arun Kumar shastri
#dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी)
नाथ सोनांचली
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
जब कोई महिला किसी के सामने पूर्णतया नग्न हो जाए तो समझिए वह
Rj Anand Prajapati
दिल चेहरा आईना
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
Aadarsh Dubey
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
तन्हाई
तन्हाई
नवीन जोशी 'नवल'
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
"कोशिशो के भी सपने होते हैं"
Ekta chitrangini
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
■ तुकबंदी कविता नहीं।।
*प्रणय प्रभात*
देवर्षि नारद जी
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
खूबसूरती
खूबसूरती
Mangilal 713
*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
*होटल राजमहल हुए, महाराज सब आम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
SUNIL kumar
एहसास
एहसास
भरत कुमार सोलंकी
Loading...