Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2023 · 1 min read

नजरअंदाज करने के

नजरअंदाज करने के
अंदाज़ तो मुझे भी आते थे
मेरी वजह से तुम्हे दुःख न हो
बस रह जाती थी यही सोचकर
डॉ मंजु सैनी

1 Like · 347 Views
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

वृक्ष की संवेदना
वृक्ष की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
मन बहुत चंचल हुआ करता मगर।
surenderpal vaidya
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
ग्रंथ समीक्षा- बुंदेली दोहा कोश भाग-1
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कृतज्ञता
कृतज्ञता
Girija Arora
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
विजय कुमार अग्रवाल
- तेरे बिना -
- तेरे बिना -
bharat gehlot
एक सच और सोच
एक सच और सोच
Neeraj Agarwal
तितली और कॉकरोच
तितली और कॉकरोच
Bindesh kumar jha
कलयुग और महाभारत
कलयुग और महाभारत
Atul "Krishn"
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 là một trong những nhà cái nổi tiếng tại Việt Nam, chuy
S666 S666HN.COM Nhà Cái Hàng Đầu Khu Vực Châu Á 2024
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
गीत// कितने महंगे बोल तुम्हारे !
Shiva Awasthi
कहती नही मै ज्यादा ,
कहती नही मै ज्यादा ,
Neelu Tanwer
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
पानी की बूँदे
पानी की बूँदे
Avani Yadav
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
Neelofar Khan
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
Ravi Prakash
आओ मिलकर नया साल मनाये*
आओ मिलकर नया साल मनाये*
Naushaba Suriya
खुदा सा लगता है।
खुदा सा लगता है।
Taj Mohammad
"जख्म की गहराई"
Yogendra Chaturwedi
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है,
Niharika Verma
स्पर्श
स्पर्श
Kanchan Alok Malu
# जय.….जय श्री राम.....
# जय.….जय श्री राम.....
Chinta netam " मन "
सुधार का सवाल है
सुधार का सवाल है
Ashwani Kumar Jaiswal
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
मैं उनके सँग में यदि रहता नहीं
gurudeenverma198
*चिट्ठी*
*चिट्ठी*
Meera Thakur
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
In life
In life
Sampada
■ अनियंत्रित बोल और बातों में झोल।।
■ अनियंत्रित बोल और बातों में झोल।।
*प्रणय*
Loading...