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2 Sep 2022 · 1 min read

नकोसे झाले है जीवन आता,

नकोसे झाले है जीवन आता,
कोणाला सांगावी ह्या काळजाची व्यथा,
का आहे ही माहेर सोडून सासर जाण्याची प्रथा,
कोणाला सांगावी ह्या काळजाची व्यथा,
माहेर म्हणते लेक ही परकी
सासर म्हणते ही तर आहे परक्या घरची,
कोणी ना जाने लेकीच्या मनाची व्यथा,

Language: Marathi
3 Likes · 278 Views
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