नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
*जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर (कुंडलिया)*
Uljhane bahut h , jamane se thak jane ki,
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
ऐसा बेजान था रिश्ता कि साँस लेता रहा
आरजू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-357💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
दिल ऐसी चीज़ है जो किसी पर भी ग़ालिब हो सकती है..
बहुत से लोग तो तस्वीरों में ही उलझ जाते हैं ,उन्हें कहाँ होश
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
* मणिपुर की जो घटना सामने एक विचित्र घटना उसके बारे में किसी