Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2021 · 1 min read

नए साल की नए रोशनी….

नए साल की नए रोशनी….अरे….
वो तो है सदियों पुरानी,
श्रीरामजी जब विजय होकर आये ‘अवधपुरी’
वहाँ से प्रज्वलित हुई थी प्रकाशनी…
कितनी प्रचंड थी ज्योति वो,
सारे जहाँ में उज्वलता लाई,
अब तक प्रकासी रही पूरे जहाँ में,
ज्ञानबोध की गंगा जैसी पवित्र धारा सी…
सबको नहलातीं धोध के पावन प्रकाश में,
देती खुशियों भरी बौछार मोती स्वरूपी…
नया साल लाता उमंग उल्लास हर जन, हर घरमे,
सब संग अनोखा रंगीन त्यौहार मनाएं,
मिलने – जुलने की परंपरा को आगे बढ़ाते,
नफरतों को रिश्तो के धागोसे बांधे,
यकीन मानो ये है प्रभुजी का
सबको अमृत आशीर्वाद…..!!
सभीजनों अपने शीश पर धरलो,
कही ये छूट ना जाएँ….!!!!

Language: Hindi
249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शूर शस्त्र के बिना भी शस्त्रहीन नहीं होता।
शूर शस्त्र के बिना भी शस्त्रहीन नहीं होता।
Sanjay ' शून्य'
रंगों में भी
रंगों में भी
हिमांशु Kulshrestha
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
हवाओं के भरोसे नहीं उड़ना तुम कभी,
Neelam Sharma
वर्तमान सरकारों ने पुरातन ,
वर्तमान सरकारों ने पुरातन ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कलम
कलम
Kumud Srivastava
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
जो कभी रहते थे दिल के ख्याबानो में
जो कभी रहते थे दिल के ख्याबानो में
shabina. Naaz
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
खुशबू चमन की।
खुशबू चमन की।
Taj Mohammad
"अपना"
Yogendra Chaturwedi
*अजब है उसकी माया*
*अजब है उसकी माया*
Poonam Matia
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
यादों के जंगल में
यादों के जंगल में
Surinder blackpen
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
दीपावली
दीपावली
डॉ. शिव लहरी
जा रहा हु...
जा रहा हु...
Ranjeet kumar patre
3488.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3488.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
पूरा दिन जद्दोजहद में गुजार देता हूं मैं
शिव प्रताप लोधी
"सच और झूठ धुर विरोधी हो कर भी एक मामले में एक से हैं। दोनों
*प्रणय प्रभात*
Let’s use the barter system.
Let’s use the barter system.
पूर्वार्थ
रुख़सारों की सुर्खियाँ,
रुख़सारों की सुर्खियाँ,
sushil sarna
"दिल की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
Ravi Prakash
मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं
मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं
Raju Gajbhiye
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
प्यार तो हम में और हमारे चारों ओर होना चाहिए।।
शेखर सिंह
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
काम,क्रोध,भोग आदि मोक्ष भी परमार्थ है
AJAY AMITABH SUMAN
वर्णिक छंद में तेवरी
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...