नए भारत का उदय पेज नंबर 5
हमारा विकास आज करज का विकास है।कयकि आम आदमी भी करज के नीचे दब चुका है ।अब हमारे भारत को करज से कैसे उबरे ।कयोकि भारत देश आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है ।हमें करज लेकर ही काम चलाना पड़ता है।यहां पर हर इंसान ।बुद्धि मान होने का भी दावा कर रहा है।उसके सामने जो निरक्षर है।जो मूर्ख है ।उनके सामने ही भूखो मर रहे है।कोई फिलम बना रहा है तो कोई जीवन गीत लिख रहा है।तो कोई पदमश्री का पुरस्कार पा रहा है।कया कया हो रहा है।लेकिन यह सब मानव ता ।के विरुद्ध चल रहा है।युद्ध है पडोसियों से पडोसियों का.रिश्ते दारो से रिश्तेदार का.और अमीर और गरीबों के बीच का युद्ध चल .रहा है।हम सभी झूठी वाही वाही लूटने मैं लगे हुए है।यही भारत का इतिहास बन रहा है।जैसे .राम जन्म से पहले रामायण बन गई थी।ठीक वैसे ही भारत का इतिहास लिखा जा रहा है।