नए भारत का उदय पेज नंबर 3
स्थिति गंभीर होती चली जा रही है। इसको भारत में कुछ ही लोग समझ सकते हैं आखिर भारत में क्या घटित हो सकता है। अब मनुष्य मनुष्य का शिकार करना चाहता है। नए भारत का निर्माण जब होगा जब दूर आचार्यों का नाच होने लगेगा पुलिस स्टाफ दुराचारी अभी छुपे हुए हैं यह युद्ध की नींव रखी जा चुकी है। अब हमें मनुष्य होने का परिचय देना होगा। या फिर कर्मवीर योद्धा बनकर ललकारना होगा। चुनौतियां अब आपके सामने हैं अब आप क्या हैं। यह आप सोच कर देख लो और यह क्या 2 दिन बाद मैं फिर आऊंगा आप बता देना आप क्या हो संकट गहरा रहा है। हम केवल भोग भोग रहे हैं। दूसरे प्राणियों का शोषण कर रहे हैं क्या क्या हो रहा है। विकास की रफ्तार बहुत तेज है जो भी कार्य पर रखी गई है।यहां पर हर आम आदमी कर्जदार हो गया है वह खुशी जीवन कैसे जी सकता है। भारत की संसद में बहुत ही अमानवीय तरीके तरीके से अपराध हो जाता है। मानवीय व्यवहार को बहुत ही प्राथमिकता नहीं दिया जाता है।