*’नए क्षितिज’ का दोहा विशेषांक*
‘नए क्षितिज’ का दोहा विशेषांक
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बिसौली (जिला बदायूॅं), उत्तर प्रदेश से प्रकाशित नए क्षितिज त्रैमासिक पत्रिका का जनवरी-जून 2024 संयुक्त अंक दोहा विशेषांक के रूप में प्रकाशित हुआ है। प्रधान संपादक डॉक्टर सतीश चंद्र शर्मा सुधांशु हैं।
7 इंच × 9 इंच आकार की 108 पृष्ठ की पत्रिका ने गागर में सागर भरा है। वर्तमान काल के लगभग सभी दोहाकारों के दस-दस दोहे पत्रिका में दिए गए हैं। थाती शीर्षक के अंतर्गत हिंदी के पुराने कवियों यथा तुलसीदास, कबीर और भारतेंदु हरिश्चंद्र आदि के कुछ प्रतिनिधि दोहे पत्रिका में शामिल किए गए हैं। इन से पत्रिका की उपयोगिता बढ़ गई है।
दोहों के संबंध मे हरे राम समीप, रघुविंद्र यादव, अशोक अंजुम, राजेंद्र वर्मा, डॉक्टर शैलेश गुप्त वीर, डॉ ब्रह्मजीत गौतम, डॉक्टर रामसनेही लाल शर्मा ‘यायावर’ की ज्ञानवर्धक चर्चाएं भी पत्रिका की शोभा बढ़ा रही हैं।
समीक्षा के अंतर्गत हेमा तिवारी भट्ट द्वारा योगेंद्र वर्मा व्योम के दोहा संग्रह ‘उगें हरे संवाद’, डॉ नितिन सेठी द्वारा हरे राम समीप के दोहा संग्रह ‘ऑंखें खोलो पार्थ’ तथा डॉक्टर नितिन सेठी द्वारा डॉक्टर सतीश चंद्र शर्मा सुधांशु के दोहा संग्रह ‘यत्र तत्र सर्वत्र’ की समीक्षा भी अंक में की गई है।
पत्रिका का रंगीन कवर आकर्षक है। इन पंक्तियों के लेखक के दस दोहे भी पत्रिका के मध्य प्रष्ठ 55 पर दिए गए हैं। आजकल महंगाई के दौर में इतनी भारी-भरकम पत्रिका प्रकाशित करना न केवल खर्चीला काम है, अपितु सामग्री एकत्र करने का काम भी अपने आप में कम श्रमसाध्य नहीं है।
बधाई डॉक्टर सतीश चंद्र शर्मा सुधांशु जी।
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समीक्षक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451