नई पीढ़ी यह देख रही है ____ गीत
आधुनिकता का लेकर बहाना, ऐसे भी क्यों डोल रहे।
मान सम्मान भुलाकर सारे ,क्या क्या अब तो बोल रहे।
मर्यादा अपनी पहचानो जानो – जानो खुद को जानो।
नई पीढ़ी यह देख रही है, जहर क्यों इनमें घोल रहे।
हमने सारी दुनिया को सिखलाया था।
पाठ मानवता का पढ़ाया था।
जग जिस पर सारा आया था।
पथ सबने अपना अपनाया था।
राह वहीं छोड़कर अब हम _
पश्चिमी सभ्यता की जय बोल रहे।।
नई पीढ़ी यह देख रही है_ जहर क्यों इनमें घोल रहे।।
परिधान सब अपने छोड़े।
अर्धनग्न हो ऐसे दौड़े।
लोक लाज के पहरे तोड़े।
कदम नहीं गर यह जो मोड़े।
बहुत कुछ फिर तो हम खो देंगे।
अमर्यादित भाषा के बोल काहे को बोल रहे।।
नई पीढ़ी यह देख रही है_ जहर क्यों इनमें घोल रहे।।
*********राजेश व्यास अनुनय********