नई गीतिका -छंद विधान सहित.27/10/16
गीतिका
000
आधार छंद: विजात
1222 1222
समान्त -आर
पदांत-पढ़ लेना
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इजारेदार पढ़ लेना.
धमाकेदार पढ़ लेना.
जहां की फितरतें हैं क्या,
विवेकाधार पढ़ लेना.
कहाँ तक राह जाती है,
विशेशाधार पढ़ लेना.
हमें आता नहीं शिकवा,
बँटाधार पढ़ लेना.
‘सहज’ आसाँ नहीं राहें,
सरे बाज़ार पढ़ लेना.
@डॉ.रघुनाथ मिश्र ‘सहज’
अधिवक्ता/साहित्यकार
सर्वाधिकार सुरक्षित