नंद के आंंनंद भयो जय कन्हैया लाल की
नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की **********************************
नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए जय कन्हैया लाल की
अष्टमी की रात छाई काली घटा घनघोर थी
अर्द्ध रात्रि की बेला हुई नहीं भौर थी
भाद्रपद में बजी घंटी जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए जय कन्हैया लाल की
नगरी द्वारका के बंद कारावास खुल गए
वासुदेव टोकरी में उठा गोकुल चल दिए
दुष्ट कंस के भाग फिरे,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए, जय कन्हैया लाल की
देवकी कोख से जन्मा कंस काल बन आया
यशुमति गोदी में खेला ,कूदा , मोह पाया
नन्द का दुलार पाया ,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए,जय कन्हैया लाल की
बलराम जैसा भाई पाया सुभद्रा बहना
माखन चोर मटकियां फोड़ी माना न कहना
गोवर्द्धन पर्वत उठाया,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए,जय कन्हैया लाल की
गोपियों से खेले होली वृंदावन, बिरज में
बकासुर,कागासुर, पूतना मार डाले जंगल में
खल कंस मार गिराया,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए, जय कन्हैया लाल की
राधा से प्रेम – क्रीड़ा , रास – लीला रचाई
रुकमणी शादी कर शीशपाल से लाज बचाई
मीरा के प्रभु गिरधर ,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए, जय कन्हैया लाल की
नृप बन संग रंक सुदामा दोस्ती निभाई
खाली झोली भर के दरिद्रता थी मिटाई
मित्रता मिशाल बनाई,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए,जय कन्हैया लाल की
जन्मदिवस जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता
मनसीरत मन्दिर में झूला झूलाया जाता
शत शत हो प्रणाम,जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए,जय कन्हैया लाल की
नन्द के आंनद भयो जय कन्हैया लाल की
विष्णु के अवतार हुए,जय कन्हैया लाल की
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)