ध्यान-उपवास-साधना, स्व अवलोकन कार्य।
ध्यान-उपवास-साधना, स्व अवलोकन कार्य।
हितकर चातुर्मास में, धर्म-कर्म-औदार्य।।
बरसे बादल झूम के, आया सावन मास।
रोम-रोम से फूटता, धरती का उल्लास।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
ध्यान-उपवास-साधना, स्व अवलोकन कार्य।
हितकर चातुर्मास में, धर्म-कर्म-औदार्य।।
बरसे बादल झूम के, आया सावन मास।
रोम-रोम से फूटता, धरती का उल्लास।।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद