सुंदरता अपने ढंग से सभी में होती है साहब
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दीपावली पर केन्द्रित कुछ बुंदेली हाइकु कविता
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा साथ खड़े रहने का
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
"सलाह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
दर्द देह व्यापार का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
अब हम उनके करीब से निकल जाते हैं