” धोखा “…एक अलग तरह का खाना
कोरोना काल हो या कोई और जंजाल हो कुछ बातें हमेशा अपने स्थान पर अडिग रहती हैं इनका हालत से कोई लेना – देना नही होता ये यथावत ऐसे ही चलती हैं इनमें से एक ये भी है….??
” धोखा ” बड़ा अजीब सा
अलग सा है खाना
खाना होकर भी
ये नही है खाना ,
दुनियाभर के पकवान
खाये होंगें सबने
” धोखा ” भी खाया होगा
किसी ना किसी से सभी ने ,
तरह – तरह के पकवान में
ये भी एक पकवान है
जिसने नही खाया
वो बड़ा भाग्यवान है ,
इस खाने का आर्डर
आप खुद नही दे सकते
इसे दूसरा खिलाता है
आप खुद नही खा सकते ,
ये ऐसा खाना है
इसके बाद जीवन में
कभी कुछ और नही
आपके अंदर जाना है ,
दरअसल इसको
करीबी ही खिलाते हैं
खिलाने के बाद
पानी पिलाने का ढ़ोंग रचाते हैं ,
एक बार खाने के बाद
दुबारा खाने से बचिये
और दूसरों को भी
इसे ना खाने की सलाह दिजिये ,
क्योंकि ये पेट में नही
हृदय में फँस जाता है
फिर पानी तो क्या
कोई डाक्टर भी काम नही आता है ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 15/08/2020 )