धैर्य
लघु कथा
धैर्य
एक मित्र ने दूसरे से कहा कि अमुक व्यक्ति बहुत ग़ज़ब है। उसके पास बैठने से बहुत शांति मिलती है, यदि आप अपने जीवन में धैर्य चाहते हो तो उससे ज़रूर मिलना चाहिए
दूसरा मित्र बोला कि अमुक पुस्तक पढ़ने से जो धैर्य मिलता है ना उतना किसी व्यक्ति को मिलने से नहीं मिल सकता।
पहला मित्र बोला, पुस्तक क्या मुकाबला कर सकती है जब साक्षात प्रेरणा दायक व्यक्तित्व सामने हो।
दूसरा मित्र बोला , किसी इंसान के पास कोई कितनी देर बैठ सकता है? पुस्तक हर समय प्रेरणा देती है।
अपनी अपनी बात पर दोनों अड़ गये और झगड़ते हुए अपने – अपने घर चले गए।