धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान, मनुज को ये रहस्य वरदान !
धैर्य
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान,
मनुज को ये रहस्य वरदान !******************************
परीक्षा का ये स्वयं सन्देश
मधुर फल मिलते जहाँ विशेष,
गुणीजन रखते हैं ये अस्त्र
अधीर सर्वदा रहता त्रस्त
महाकवि करते येही वखान
कबीरा औ रहीम रसखान
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान,
मनुज को ये रहस्य वरदान !******************************
सफलता का ये सुंदर साज़
सफलतम के मस्तक का ताज
समन्वित जीवन धन का राग
परस्पर बढे नेह अनुराग
कर्म कर धीरज धरें समान
कर्म फल देते हैं भगवान
येही गीता सन्देश महान
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान,
मनुज को ये रहस्य वरदान !****************************
कर्म कर धीरज को प्रतिबद्ध
सफलता उनको है कटिबद्ध
नहीं इसमें किंचित संदेह
सफलता का ये सुंदर गेह
धीर धर करें ईश का ध्यान
धैर्य गुण सबसे प्रबल प्रधान,
मनुज को ये रहस्य वरदान !**********************