Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2018 · 1 min read

धुँए का बादल

!!धुँए का बादल!!

हम
तमाम उम्र
इंतज़ार करते रहे
बारिश का,

वो
छाया था
उमड़ा था घुमड़ा था
हवा के झोंको सँग
लहराया था
दिल की दुनिया पर
बरबस छाया था,

मन तो नादान था
समझा न
हकीकत उसकी,
झूम के छाना
डराना
थी यही आदत उसकी,

वो तो भरता रहा
सांसों में
घुटन और थकन,

उसको उड़ना था
उड़ा.. दूर बहुत
जा निकला
वो तो आवारा था
पास ठहरता कैसे…

वो तो
धुएँ का बादल था
बरसता कैसे।

मंजूषा मन

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 304 Views

You may also like these posts

हाँ, ये सच है
हाँ, ये सच है
हिमांशु Kulshrestha
23/211. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/211. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोरी स्लेट
कोरी स्लेट
sheema anmol
मात्रा कलन
मात्रा कलन
आचार्य ओम नीरव
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
बददुआ देना मेरा काम नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज ज़माना चांद पर पांव रख आया है ,
आज ज़माना चांद पर पांव रख आया है ,
पूनम दीक्षित
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
वैलेंटाइन डे
वैलेंटाइन डे
MEENU SHARMA
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
Neelofar Khan
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
*प्रणय*
यूं तो रिश्तों का अंबार लगा हुआ है ,
यूं तो रिश्तों का अंबार लगा हुआ है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*ज़िन्दगी का सार*
*ज़िन्दगी का सार*
Vaishaligoel
द्वन्द युद्ध
द्वन्द युद्ध
Chitra Bisht
" गलतियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
अपनों के बीच रहकर
अपनों के बीच रहकर
पूर्वार्थ
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
जीवन  है  रंगमंच   कलाकार  हम  सभी
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
Dr Archana Gupta
रुका नहीं बचपन
रुका नहीं बचपन
आकाश महेशपुरी
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
*अज्ञानी की कलम से हमारे बड़े भाई जी प्रश्नोत्तर शायद पसंद आ
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
জয় মহাদেবের জয়
জয় মহাদেবের জয়
Arghyadeep Chakraborty
जय हो भारत देश हमारे
जय हो भारत देश हमारे
Mukta Rashmi
छठि
छठि
श्रीहर्ष आचार्य
चेहरे ही चेहरे
चेहरे ही चेहरे
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*खेल खिलौने*
*खेल खिलौने*
Dushyant Kumar
नव भारत निर्माण करो
नव भारत निर्माण करो
Anamika Tiwari 'annpurna '
रमेशराज के दो मुक्तक
रमेशराज के दो मुक्तक
कवि रमेशराज
Loading...