धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नत
धार्मिक होने का मतलब यह कतई नहीं कि हम किसी मनुष्य के आगे नतमस्तक हो जाएं और प्रकृति इतनी तुच्छ वस्तु भी नहीं है कि किसी एक मनुष्य ,एक विचार या एक धर्म में समा जाए । प्रकृति ही ईश्वर है और ईश्वर से जुड़ने का सबसे सीधा उपाय है हम उनसे प्रेम करें । अर्थात हम जीवन के हर उन वस्तुओं से प्रेम करें जिसके कारण हमारा जीवन है । बाकी सब ढकोसला है ।
– विमल