आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
भगवा रंग छाएगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
शब्दों की मिठास से करें परहेज
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
*सबको बुढापा आ रहा, सबकी जवानी ढल रही (हिंदी गजल)*
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे
अजीब बैचैनी है मुझ में………
We are not meant to stay the same. We are meant to grow and
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,