*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?
हर धर्मावलंबी यही कहता है हमारे भगवान सबसे बड़े हैं, चाहे किसी भी धर्म का मानने वाला हो .. कौन अपने भगवान को छोटा कहेगा?? और क्यों कहे??? इसलिए धर्म के नाम पर झगड़ा होना ही नहीं चाहिए…हाँ जो मांस, मदिरा, नशीले पदार्थो का सेवन करता है, दुष्कर्मी है, दुराचारी है, वो सब गधे हैं, मनुष्य नहीं अब चाहे वो कोई धर्म के हों….गधा और मनुष्य में बराबरी कैसी….बाकी सारे जो बचे वो सज्जन,संस्कारी , शिष्टाचारी शाकाहारी जन मनुष्य हैं। जिनका धर्म मानवता और इंसानियत है । तो भारत में फिलहाल दो ही कैटेगरी के प्राणी हैं… एक मनुष्य दूसरे गधे …तो भारतीय मनुष्य भारत में रहें और भारत के गधों को देश निकाला दे दें ,बात खत्म। और एक बात गधे ढेंचू ढेंचू करते हैं मनुष्य नहीं..!
✍️प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान©
सागर मध्यप्रदेश भारत
( 09 अक्टूबर 2024 )