Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

धर्म और संस्कृति

आज धर्म धरा से छूट गया!
संस्कृति का दामन छूट गया!!
नारी अबला से सबला बनी!
अन्नपूर्णा का भ्रम टूट गया!!
रोटी-बेलन छोड ब्रैड-बटर
पिज्जा-बर्गर, मोमो हूट गया!!
गायन वादन नृत्य कक्षा बंद,
संगीत प्रशिक्षण छूट गया!!
फिर क्यों संताप ग्रसित हो?
संयुक्त परिवार ही टूट गया!!
वैवाहिक बंधन सात जन्मों का
सात दिनों मे ही टूट गया!!
पूछो उस बाबुल से कन्यादान
भरम पल भर मे फूट गया!!

Language: Hindi
158 Views
Books from Bodhisatva kastooriya
View all

You may also like these posts

प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
प्यार का नाम देते रहे जिसे हम अक्सर
Swami Ganganiya
मेरी बगल में उनका महान हो गया
मेरी बगल में उनका महान हो गया
RAMESH SHARMA
न आए तुम
न आए तुम
Shekhar Chandra Mitra
पानी  के छींटें में भी  दम बहुत है
पानी के छींटें में भी दम बहुत है
Paras Nath Jha
राम हमारे श्याम तुम्हारे
राम हमारे श्याम तुम्हारे
विशाल शुक्ल
नीयत में पैमान मिलेगा।
नीयत में पैमान मिलेगा।
पंकज परिंदा
मौन रहना भी एक कला है
मौन रहना भी एक कला है
Sonam Puneet Dubey
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
काव्य भावना
काव्य भावना
Shyam Sundar Subramanian
Love
Love
Shashi Mahajan
तजुर्बा
तजुर्बा
Ragini Kumari
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
एक बार जब कोई पूर्व पीढ़ी किसी देश की राजनीति,सिनेमा या किसी
Rj Anand Prajapati
⭕️⭕️चूड़ियाँ
⭕️⭕️चूड़ियाँ
Dr. Vaishali Verma
विक्रमादित्य के 'नवरत्न'
विक्रमादित्य के 'नवरत्न'
Indu Singh
प्रश्नचिन्ह...
प्रश्नचिन्ह...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
अरशद रसूल बदायूंनी
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
मेरी जीत की खबर से ऐसे बिलक रहे हैं ।
मेरी जीत की खबर से ऐसे बिलक रहे हैं ।
Phool gufran
शिक्षा पद्धति और भारत
शिक्षा पद्धति और भारत
विजय कुमार अग्रवाल
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
goutam shaw
चरित्र राम है
चरित्र राम है
Sanjay ' शून्य'
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मन का आँगन
मन का आँगन
Mamta Rani
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/230. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संवेदनशीलता
संवेदनशीलता
Rajesh Kumar Kaurav
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
sudhir kumar
"खामोशी"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं से सवाल
स्वयं से सवाल
आनन्द मिश्र
अधिकारों का प्रयोग करके
अधिकारों का प्रयोग करके
Kavita Chouhan
Loading...